ना मुंह छिपा के जियो और ना सर झुका के जियो गमों का दौर भी आए तो मुस्कुरा के जियो । घटा में छुप के सितारे फना नहीं होते अंधेरी रात के दिल में दीये जला के जियो । ना जाने कौन-सा पल मौत की अमानत हो हर एक पल की खुशी को गले लगा के जियो । ये जिंदगी किसी मंजिल पे रूक नहीं सकती हर इक मुकाम से आगे कदम बढ़ा के जियो
FACEBOOK पे हो FRIENDS हज़ार, FRIEND REQUEST की हो लम्बी कतार, पर नेट कनेक्शन हे आपका सबसे अच्छा यार, जिसके बिना सबकुछ है बेकार..
हमारी गलतियों से कही टूट न जाना,हमारी शरारत से कही रूठ न जाना,तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं,इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना.
“अधूरे मिलन की आस हैं जिंदगी,सुख-दुःख का एहसास हैं जिंदगी,फुरसत मिले तो ख्वाबो में आया करो,आप के बिना बड़ी उदास हैं जिंदगी “
“उसकी याद हमें बेचैन बना जाती हैं,हर जगह हमें उसकी सूरत नज़र आती हैं,कैसा हाल किया हैं मेरा आपके प्यार ने,नींद भी आती हैं तो आँखे बुरा मान जाती हैं.”
“उल्फत की जंजीर से डर लगता हैं,कुछ अपनी ही तकदीर से डर लगता हैं,जो जुदा करते हैं, किसी को किसी से,हाथ की बस उसी लकीर से डर लगता हैं.”
“ख्वाबो में मेरे आप रोज आते हो,कभी दर्द, कभी खुशियाँ दे जाते हो,कितना प्यार करते हो आप मुझ से,शिर्फ़ मेरे इस सवाल का जबाब टाल जाते हो.”
“हर वक्त मुस्कुराना फिदरत हैं हमारी,आप यूँ ही खुश रहे हसरत हैं हमारी,आपको हम याद आये या ना आये,आपको याद करना आदत हैं हमारी.”
“हम वो नहीं की भूल जाया करते हैं,हम वो नहीं जो निभाया करते हैं,दूर रहकर मिलना सायद मुस्किल हो,पर याद करके सांसो में बस जाया करते हैं.”
” रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं,कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं,ऐसे डूबा तेरी आँखों के गहराई में आज,हाथ में जाम हैं,मगर पिने का होश नहीं.”
“दिन तेरे ख़याल में गुजर जाता हैं,रातों को भी ख़याल तेरा ही आता हैं,कभी ये ख़याल इस तरह बढ़ जाता है की,आयने में भी तेरा ही चेहरा नज़र आता हैं.”
” एय मेरी जिन्दगी यूँ मुझसे दगा ना कर,उसे भुला कर जिन्दा रहू दुआ ना कर,कोई उसे देखता हैं तो होती हैं तकलीफ,एय हवा तू भी उसे छुवा ना कर …..”
“उनका हाल भी कुछ आप जैसा ही होगा,आपका हाले दिल उन्हें भी महसूस होगा,बेकरारी के आग में जो जल रहे हैं आप,आपसे ज्यादा उन्हें इस जलन का एहसास होगा.”
“वो वक्त वो लम्हे अजीब होंगे,दुनियाँ में हम खुश नशीब होंगे,दूर से जब इतना याद करते हैं आपको,क्या हाल होगा जब आप हमारे करीब होगे.”
“रात को रात का तोफा नहीं देते,दिल को जजबात का तोफा नहीं देते,देने को तो हम आप को चाँद भी दे दे,मगर चाँद को चाँद का तोफा नहीं देते.”
“तुझसे मिलने की बेताबी का वो अंजाम कैसे भुलादूँ,तेरे लवो की हँसी और आँखों की जाम कैसे भुलादूँ,दिल तो हमारा भी तड़पता हैं तेरा साथ पाने को,पर इस जहाँ के रश्मो – रिवाज कैसे भुलादूँ.”
“चिराग खुशियों के कब से बुझाए बैठे हैं,कब दीदार होगी उनसे हम आश लगाए बैठे हैं,हमें मौत आएगी उनकी ही बाहों में ……हम मौत से ये सर्त लगाए बैठे हैं.”
“चुपके से धड़कन में उतर जायेंगे,राहें उल्फत में हद से गुजर जायेंगे,आप जो हमें इतना चाहेंगे…..,हम तो आपकी साँसों में पिघल जायेंगे.”
“दिल में सिर्फ आप हो और कोई खाश कैसे होगा,यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा,हिचकियाँ कहती हैं आप मुझे याद करते हो,पर बोलोगे नहीं तो मुझे ये एहसास कैसे होगा.”
“दिल में कोई और बसा तो नहीं,ये चाहत इश्क की ज्यादा तो नहीं,सब मुझे चाहने लगे हैं….,कहीं मुझ में तुम्हारे जैसी कोई अदा तो नहीं.”
“तुझको मिल जायेगा बेहतर मुझसे,मुझको मिल जायेगा बेहतर तुझसे,फिर भी दिल में एक ख्याल आता हैं,जानी तू जो मिल जाए तो बेहतर हैं सबसे.”
“हमारी गलतियों से कही टूट न जाना,हमारी शरारत से कही रूठ न जाना,तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं,इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना.”
“तेरा ख़याल तेरी आरजू न गयी,मेरे दिल से तेरी जुस्तजू न गयी,इश्क में सब कुछ लुटा दिया हँसकर मैंने,मगर तेरे प्यार की आरजू न गयी…..”
“तेरी चाहत में हम ज़माना भूल गये,किसी और को हम अपनाना भूल गये,तुम से मोहब्बत हैं बताया सारे जहाँ को,बस एक तुझे ही बताना भूल गये……”
“आँखों के सामने हर पल आपको पाया हैं,अपने दिल में भी सिर्फ आपको ही बसाया हैं,आपके बिना हम जिए भी तो कैसे……..,भला जान के बिना भी कोई जी पाया हैं.”
“आपने कहा मोहब्बत पूरी नहीं होती |हम कहते हैं हर बार ये बात जरुरी नहीं होती ||मोहब्बत तो वो भी करते हैं उनसे……|जिन्हें पाने की कोई उम्मीद नहीं होती ||”
“यकीन नहीं तुझे अगर, तो आज़मा के देख ले,एक बार तू, जरा मुस्कुरा के देख ले,जो ना सोचा होगा तूने, वो मिलेगा तुझको भी,एक बार आपने कदम,बढ़ा के देख ले |”
“दिल लगता नहीं है अब तुम्हारे बिना,खामोश से रहने लगे है तुम्हारे बिना,जल्दी लौट के आओ अब यही चाह है,वरना जी ना पाएँगे तुम्हारे बिना |”
“याद तो हर कोई करेगा जाने के बाद,सच्चे प्यार का पता चल जाएगा वख्त आने के बाद,कौन कितनी मुहोब्बत करता है,नजर आएगा मर जाने के बाद |”
“दिल में रहते थे जो नजरों से उतर गएरिश्ते जैसे काँच के टुकड़े, ठेस लगी और टूट गए।”
“तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम,बस यही एक वादा निभा पायेगें हम,मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन,तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम.”
“राह तकते है हम उनके इंतज़ार में,साँसे भरते हैं उनके एक दीदार में,रात न कटती है न होता है सवेरा,जबसे दिल के हर कोने में हुआ है आपका बसेरा.”
“वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,कभी तो समझो मेरी खामोशी को,वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें.”
“जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ,मेरी आंखें एक दस्तक दे देती है,दुःख ये नहीं, वो दरवाजा बंद कर देते है,खुशी ये है, वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं।”
“शाम के बाद मिलती है रात,हर बात में समाई हुई है तेरी याद.बहुत तनहा होती ये जिंदगी,अगर नहीं मिलता जो आपका साथ. “.
“खाली खाली न यूँ दिल का मकां रह जायेतुम गम-ए-यार से कह दो, कि यहां रह जायेरूह भटकेगी तो बस तेरे लिये भटकेगीजिस्म का क्या भरोसा ये कहां रह जाये”
“नज़रे न होती तो नज़ारा न होता,दुनिया मैं हसीनो का गुज़ारा न होता,हमसे यह मत कहो की दिल लगाना छोड़ दे,जा के खुदा से कहो हसीनो को बनाना छोड़ दे..”
“बन के अजनबी मिले थे जिन्दगी के सफर में,इन यादों के लम्हों को मिटायेंगे नही,अगर याद रखना फितरत है आपकी,तो वादा है हम भी आपको कभी भुलायेंगे नही”
“मुस्कुराते पलकों पे सनम चले आते हैं,आप क्या जानो कहाँ से हमारे घूम आते हैं,आज भी उस मोड़ पर खड़े हैं जहा किसी ने कहा था के ठेरों हम अभी आते हैं.”
………………………………………………………………………………..“हर नज़र को एक नज़र की की तलाश है,हर दिल में छुपा एक एहसास है |आप से प्यार युही नही किया हमने क्या करे हमारी पसंद ही कुछ ख़ास है”
“ये आरजू नहीं की किसी को भुलाए हमना तमन्ना की किसी को रुलाए हमपर दुआ है रब से इतनी कीजिसको जितना याद करते है उसको उतना याद आये हम..”
“उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हमउसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हमजलाया उसी दिए ने मेरा हाथजिसकी लो को हवासे बचा रहे थे हम “
“घांव इतना गहरा है बयां क्या करेहम खुद निशाना बन गये अब वार क्या करेजान निकल गयी मगर खुली रही आंखेंअब इससे ज्यादा उनका इंतझार क्या करे”
“यह ख्वाइश हैं मेरी खुदा से,जिस चीज़ पे तू हाथरखे वो चीज़ तेरी हो और जिस से तू प्यार करेवोह तकदीर मेरी हो”
“क्यों कोई अच्छा लगने लगता है,आहिस्ता – आहिस्ता ;खुमार इश्क का चढ़ता है क्यों,आहिस्ता – आहिस्ता .सफर में ज़िन्दगी के,लोग तो बहुत मिलते ;दिल में बस जाता कोई शख्स क्यों,अहिस्ता – आहिस्ता”
“हम जिनके दीवाने है वो गैरों के गुण गाते थे,हमने कहा आपके बिन जी ना सकेंगे,तो हंस के कहने लगे,के जब हम ना थे तब भी तो जीते थे..”
“दोनों आखों मे अश्क दिया करते हैंहम अपनी नींद तेरे नाम किया करते हैजब भी पलक झपके तुम्हारी समझ लेनाहम तुम्हे याद किया करते हैं”
“उन्होंने अपना कभी बनाया ही नहीं,झूठा ही सही प्यार दिखाया ही नहीं,गलतियां अपनी हम मान भी जाते,पर क्या करें कसूर हमारा हमें बताया ही नहीं.”